गंगा को बचाने का एक और भगीरथ प्रयास

25 Jun 2010
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हरदोई, 24 जून (जनसत्ता)। गंगा जैसी पवित्र नदी को बचाने के लिए एक बार फिर भगीरथ निकल पड़े हैं। ये वे भगीरथ हैं जो जन-जन से गंगा बचाने के लिए सहयोग मांग रहे हैं। बिलग्राम के पास स्थित राजघाट पर सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता आचार्य नीरज अपने साथियों के साथ गंगा पुत्रों की तलाश में पहुंचे और लोगों को जागरुक किया।

स्वच्छ गंगा समृद्ध भारत का अभियान चला रहे आचार्य नीरज अपने साथियों पत्रकार सुशील सीतापुरी, राजीव मिश्र मनहर, हरगोविंद प्रभा, सुरेश भाई और शिवाजी के साथ सोमवार सुबह बिलग्राम के पास गंगा के राजघाट पर पहुंचे। वहां उन्होंने लोगों के साथ मिलकर जनजागरण यात्रा निकाली। उन्होंने लोगों को बताया कि उनका उद्देश्य जल बचाव, गंगा बचाव, पर्यावरण बचाव और पीढ़ियां बचाव है।

आचार्य नीरज की ओर से गंगा बचाव अभियान के तहत उन्होंने छह मई को लोगों के साथ पैदल यात्रा शुरू की थी। उसी कड़ी में वह 21 जून को राजघाट पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह यात्रा गंगा सागर में जाकर खत्म होगी। यात्रा के बीच-बीच में सेमिनारों का आयोजन भी किया जाएगा। यह यात्रा चार राज्यों के 45 जिलों के करीब 15 सौ गांवों से होकर गुजरेगी। बिलग्राम राजघाट पर उन्होंने आसपास के गांवों के लोगों को गंगा में फैलते प्रदूषण को रोकने के उपाय बताए। उन्होंने लोगों से अनुरोध कियाकि गंगा का जलस्तर इसी तरह कम होता गया और अवैध खनन प्रदूषण फैलता रहा तो कुछ ही सालों में गंगा किवलुप्त हो जाएगी। इसका खामियाजा हमें और पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा। लोगों ने उनसे गंगा को बचाने मेंसहयोग का वादा किया कुछ लोगों ने अभियान कीसदस्यता भी ली।

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