संगम विहार, देवली और दक्षिण दिल्ली में पानी के लिए हाहाकार

3 Mar 2014
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रमेश कुमार ने सांसद कोष से दस करोड़ रुपए देने का एलान किया


दिल्ली जल बोर्ड के पास लगभग 150 टैंकर 15 सालों से ज्यादा पुराने हो चुके हैं और राजधानी दिल्ली के यातायात नियमों के अनुसार वे सड़कों पर नहीं चल सकते क्योंकि उनकी स्थिति काफी खराब हो चुकी है और कभी भी दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। इसके अलावा जो ट्रैक्टर पानी के टैंकरों को लेकर जाते हैं उन्हें भी यातायात पुलिस के अधिकारी उनके चलने से आपत्ति करते हैं जो नियमानुसार यातायात नियमों का उलंघन है। दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में पीने के पानी की गंभीर समस्या को लेकर सोमवार को सांसद रमेश कुमार ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय कुमार से बैठक की। बैठक में बदरपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जगप्रवेश कुमार व जल बोर्ड के उच्चाधिकारी भी मौजूद थे।

रमेश कुमार ने विजय कुमार को अवगत कराते हुए कहा कि दिल्ली में नई सरकार आने के बाद से संगम विहार और देवली सहित दक्षिण दिल्ली लोकसभा के अन्य क्षेत्रों में पीने के पानी की हालत बद से बदतर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी गर्मी का मौसम शुरू भी नहीं हुआ है, तब यह हाल है। जब गर्मी चरम पर होगी तो लोगों की तकलीफ और बढ़ जाएगी और लोग त्राही-त्राही करने लगेंगे।

जल समस्या से निपटने के लिए रमेश कुमार ने अपने सांसद कोष से 10 करोड़ रुपए देने की घोषणा करते हुए जल बोर्ड से आग्रह किया कि वे 5 करोड़ की राशि से संगम विहार और देवली विधानसभा क्षेत्रों में नए ट्यूबवेलों को लगाने व पुुराने सूख चुके ट्यूबवेलों को फिर से बोर करे और अतिरिक्त 5 करोड़ की राशि से पालम और बिजवासन सहित दक्षिण दिल्ली के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में पानी की कमी को दूर करें।

कुमार ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी से यह आग्रह भी किया कि जब तक सोनिया विहार प्लांट से संगम विहार को पानी नहीं दिया जा सकता, तब तक इस क्षेत्र में गहरे ट्यूबवेल लगाकर पानी की आपूर्ति की जाए और पानी के जो टैंकर पहले लगे हुए थे, उन्हें दोबारा से लगाया जाए और इनकी संख्या बढ़ाई जाए।

बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को आदेश दिए कि वे आगामी 1 महीने के भीतर संगम विहार में 6 ट्यूबवेलों को लगाने और टैंकरों की संख्या को बढ़ाने के आदेश दिए साथ ही उन्होंने संगम विहार में पानी की स्रोत को दूर करने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने रमेश कुमार को आश्वस्त किया कि जरूरत पड़ने पर क्षेत्र में आवश्यकतानुसार और ट्यूबवेल भी लगाए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को आपातकालीन रूप से टैंकरों की व्यवस्था करने के आदेश भी दिए। उन्होंने पालम और बिजवासन क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या को भी बैठक में उठाया और विजय कमार से आग्रह किया कि द्वारका के कमांड टैंक को जल्दी से जल्दी चालू किया जाए ताकि गर्मी के मौसम आने पर यहां के लोगों को जल संकट से राहत मिल सके।

वजीरपुर में भी जल जुटाने में तबाह हैं लोग


वजीरपुर क्षेत्र से भाजपा के विधायक महेंद्र नागपाल ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड से संचालित पानी के टैंकरों की भारी कमी है, जिससे जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग वैवाहिक कार्यक्रम और अन्य सामाजिक/धार्मिक समारोहों में पानी की पूर्ति के लिए टैंकर लेने के लिए विभाग के पास जाते हैं तो उन्हें टैंकर न होने की बात कह दी जाती है। लोग ज्यादा दरों पर प्राइवेट पानी के टैंकर मंगवाने के लिए विवश होते हैं।

नागपाल ने कहा कि वस्तुस्थिति यह है कि दिल्ली जल बोर्ड के पास लगभग 150 टैंकर 15 सालों से ज्यादा पुराने हो चुके हैं और राजधानी दिल्ली के यातायात नियमों के अनुसार वे सड़कों पर नहीं चल सकते क्योंकि उनकी स्थिति काफी खराब हो चुकी है और कभी भी दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। इसके अलावा जो ट्रैक्टर पानी के टैंकरों को लेकर जाते हैं उन्हें भी यातायात पुलिस के अधिकारी उनके चलने से आपत्ति करते हैं जो नियमानुसार यातायात नियमों का उलंघन है। इसका मुख्य कारण दिल्ली जल बोर्ड लारा इस गंभीर विषय के ऊपर ध्यान नहीं देना है और न ही उसके द्वारा नए टैंकरों की खरीद की योजना बनाई जा रही है।

इस बारे में उन्होंने उपराज्यपाल नजीब जंग को पत्र लिखा है और मांग की है कि जनता की परेशानियों को देखते हुए दिल्ली जल बोर्ड को नए टैंकरोंं को खरीदने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी करें।

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