उत्तराखंड में बारिश में 12 फीसदी की कमी

3 Sep 2020
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सोर्स - इन्डियन एक्सप्रेस
सोर्स - इन्डियन एक्सप्रेस

मानसून सीज़न के पहले तीन महीने, जो कि 1 जून से 30 सितंबर तक रहते हैं, इन तीन महीनों में उत्तराखंड में हुई बरसात में 12% तक की कमी दर्ज की गई है। 1 जून से 2 सितंबर के बीच 1002.3 मिमी सामान्य के मुकाबले 883.9 मिमी बारिश हुई है। उत्तराखंड के 13 जिलों में अनियमित बारिश हुई है कुछ जिलों में ज्यादा बारिश हुई है तो कुछ जिलों में सामान्य से कम बारिश देखने को मिली है। मौसम कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार चंपावत और पौड़ी जैसे पहाड़ी जिलों सहित आठ जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई वहीं दूसरी ओर एक अन्य पहाड़ी जिले बागेश्वर में भी इसी अवधि के दौरान 169% अधिक बारिश हुई। क्षेत्रीय मौसम विभाग के डायरेक्टर डॉ विक्रम सिंह ने कहा कि "12% की बारिश की कमी नॉर्मल से सेफ लिमिट के अंडर आती है।

कुछ जिलों में अधिक कुछ जिलों में कम बारिश 

बागेश्वर के अलावा चमोली,पिथौरागढ़ और ऊधम सिंह नगर में भी क्रमशः 21%,10% और 6% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। चम्पावत में अधिकतम -48% जबकि उत्तरकाशी और पौड़ी में -43% बारिश की कमी दर्ज की गई है। संयोग से, मानसून के सभी तीन महीनों-जून, जुलाई और अगस्त में 18% बारिश की कमी दर्ज की गई, जबकि जुलाई में बारिश में बढ़ोत्तरी हुई और बरसात में कमी घटकर 10.6% गई। अगस्त  महीने में, उत्तराखंड ने 7% बारिश का हल्का घाटा दर्ज किया गया। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में सितंबर महीने जो कि मानसून का आखरी महीना है उसमें सामान्य बरसात होने का अनुमान जताया है।

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